कहानियाँ
कविताएँ
रास्ते
रास्ते के नुमाइंदों को बता देना जनाब, हम गिर पड़े...
और पढ़िए "रास्ते"
काल
ऐ माँ, अब तेरे आग़ोश में मैं समाए जा रहा...
और पढ़िए "काल"
काश्मीर
तारों की टिमटिमाहट से, पानी में झिलमिलाहट से, पलकों की...
और पढ़िए "काश्मीर"
उड़ान
संसार की रंझिशों को तोड़ कर मैं उड़ चला बादलों...
और पढ़िए "उड़ान"