सिर्फ तुम पे
तुम्हारी पलकों पे हमने अपनी नींदों को रखा है, हमारे दिल की हर धड़कन तुम्हारी सदा है, तुम्हारे बिन जीना हमारे लिए सज़ा है, ये दिल तुम पे, सिर्फ तुम पे फिदा है।
तुम्हारी पलकों पे हमने अपनी नींदों को रखा है, हमारे दिल की हर धड़कन तुम्हारी सदा है, तुम्हारे बिन जीना हमारे लिए सज़ा है, ये दिल तुम पे, सिर्फ तुम पे फिदा है।
ये इश्क़ ही ज़िंदगी, ये इश्क़ ही इमान होता है, वो ही इश्क़, इश्क़ कहलता है जिसमें आशिक बदनाम होता है।
Hatred only brings more hated and solves nothing. That has always been the case and will always be.