सीप 0 तेरे नैनों की सीप के तले, मुझे सपनों के मोती मिले, कुछ ग़मगीन थे, कुछ खुशहाल भी, कुछ बेरंग तो कुछ रंगों से भरे। July 9, 2018, 6:54 pm July 9, 2018 शेर-शायरी good / hindi / hindi urdu / kavita / poetry / shayari / sher / urdu