ऑपरेशन
रेवा जंगल की ओर इशारा करती है| गोंडा जानता है कि आग अब पूरे जंगल में फैल चुकी है| रेवा हिम्मत करके, भारी सांसें लेते हुए बोलती है, ‘पापा, हमारा घर, हमारा घर!’ और रोने लगती है| गोंडा भी आंसू भरी आंखों से जंगल को, अपने घर को, नष्ट होता …
रेवा जंगल की ओर इशारा करती है| गोंडा जानता है कि आग अब पूरे जंगल में फैल चुकी है| रेवा हिम्मत करके, भारी सांसें लेते हुए बोलती है, ‘पापा, हमारा घर, हमारा घर!’ और रोने लगती है| गोंडा भी आंसू भरी आंखों से जंगल को, अपने घर को, नष्ट होता …
पिछले कुछ दिनों से सभीरा की, उसके कान के कारण, आवाज़ें सुनने की शक्ति कई गुना बढ़ गई है| सभीरा को विभिन्न आवाज़ें बाकी लोगों से पहले और उनसे ज़्यादा साफ सुनाई दे जाती हैं पर यह सभीरा के लिए अच्छी से ज़्यादा बुरी ख़बर साबित होती है|
यह उत्तर भारत के एक गांव में रहने वाली एक दादी की कहानी है. सबकी दुलारी, प्यारी-प्यारी …दादी जान